पीपल में जल देने की विधि और मंत्र एवं पीपल में जल चढ़ाने के फायदे | Pipal Mein Jal dene ki vidhi

पीपल में जल देने की विधि | Pipal Mein Jal dene ki vidhi : हेलो दोस्तो नमस्कार स्वागत है आपका हमारे आज के इस नए लेख में आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पीपल में जल चढ़ाने के फायदे के बारे में बताने वाले हैं वैसे क्या आप लोग जानते हैं कि पीपल के वृक्ष को कितना महत्व दिया जाता है क्योंकि हमारे भारतीय सनातन धर्म के अनुसार प्राचीन समय से ही पूजा-पाठ का विशेष महत्व बताया गया है.

उसी प्रकार आज भी काफी लोग पीपल के वृक्ष की पूजा करते हैं हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा बताया गया है कि पीपल के वृक्ष में देवी देवताओं का वास होता है इसीलिए अगर कोई भी व्यक्ति पीपल के वृक्ष की पूजा करता है तो वह बहुत ही शुभ माना जाता है.

पीपल में जल चढ़ाने के फायदे,, पीपल पर जल चढ़ाने के फायदे,, पीपल के पेड़ में जल चढ़ाने के फायदे,, पीपल को जल चढ़ाने के फायदे,, पीपल पर जल चढ़ाने के फायदे बताएं,, पीपल में जल देने की विधि,, pipal me jal dalne ke fayde,, पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने के फायदे,, पीपल की पूजा का महत्व ,, Pipal ki Puja ka mahatva,, पीपल के वृक्ष की पूजा,, Pipal Ke vruksh ki Puja,, पीपल में जल देने का मंत्र,, Pipal Mein Jal Dene Ka Mantra,, पीपल में जल देने की विधि,, Pipal Mein Jal dene ki vidhi,, Pipal Mein Jal chadhane ke fayde,, pipal mein jal dene ke fayde,, pipal ke ped mein jal chadhane ke fayde,, pipal me roj jal chadhane ke fayde,, shaniwar ko pipal mein jal chadhane ke fayde,,

ऐसे में अगर आप लोग पीपल के पेड़ में जल चाहते हैं और पूरे विधि विधान पूर्वक वृक्ष की पूजा करते हैं तो मनुष्य के जीवन में काफी सारी समस्याओं का निवारण हो जाता है ऐसा कहा जाता है कि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने का विशेष महत्व है.

इसीलिए आज हम आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पीपल में जल चढ़ाने के फायदे क्या है। पीपल में जल देते समय कौन से मंत्र का जाप किया जाता है पीपल में जल देने की विधि क्या है इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे.

अगर आप लोग इस जानकारी को संपूर्ण तरह से प्राप्त करना चाहते हैं तो आप हमारे इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें ताकि आप लोगों को पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने के फायदे के बारे में पता चल सके।

पीपल की पूजा का महत्व | Pipal ki Puja ka mahatva

आज हम आप लोगों को पीपल की पूजा का विशेष महत्व बताने वाले हैं वैसे हम आप लोगों को बता दें कि हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष में साक्षात भगवान नारायण का वास होता है वैसे तो पीपल के वृक्ष की पूजा हमारे प्राचीन काल से ही चली आ रही है.

पीपल के पेड़ की पूजा कैसे करें

पीपल के वृक्ष की पूजा करना मात्र भगवान नारायण एवं लक्ष्मी , महालक्ष्मी की पूजा करना माना जाता है।आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि अधिकतर लोग अमावस्या या फिर पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करते हैं.

वैसे तो पीपल की एक ही अद्वितीय वृक्ष है और उसी पेड़ के नीचे गौतम बुद्ध से लेकर अनेक बड़े-बड़े ऋषि-मुनियों ने अखंड ज्ञान प्राप्त किया है। इसके अलावा हमारे वैज्ञानिक जानकारी के मुताबिक पीपल का वृक्ष ही एक ऐसा वृक्ष है जिसमें 24 घंटे ऑक्सीजन मिलता रहता है यह वृक्ष बहुत ही शक्तिशाली है इसीलिए प्राचीन काल से ही पीपल की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है।

पीपल के वृक्ष की पूजा | Pipal Ke vriksh ki Puja

हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसी मान्यता है कि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में माता लक्ष्मी का वास होता है इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि माता लक्ष्मी की कृपा को प्राप्त करने के लिए और शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करना चाहिए और उसके साथ उसी दिन पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए इससे शनिदेव भी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के सभी कष्टों को हर लेते हैं।

पीपल में जल देने का मंत्र | Pipal Mein Jal Dene Ka Mantra

मूलतो ब्रह्मरूपाय मध्यतो विष्णुरूपिणे। अग्रत: शिवरूपाय वृक्षराजाय ते नम:
आयु: प्रजां धनं धान्यं सौभाग्यं सर्वसम्पदम्। देहि देव महावृक्ष त्वामहं शरणं गत:

अगर आप लोग पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करना चाहते हैं तो उस दौरान आप को जल अर्पित करते समय ऊपर दिए गए मंत्र का जाप करना चाहिए ऐसा कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष में जल देते समय इस मंत्र का जाप करना बहुत ही प्रभावशाली माना जाता है.

पीपल के वृक्ष में जल देते समय इस मंत्र का जाप करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं जैसे ही आप का मंत्र जाप समाप्त हो जाता है उसके बाद आपको आरती तथा प्रसाद का भोग लगाकर ग्रहण करना चाहिए।

पीपल में जल देने की विधि | Pipal Mein Jal dene ki vidhi

पीपल के पेड़ की पूजा कैसे करें

दोस्तों अगर आप में से कोई भी व्यक्ति पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना चाहता है तो उस व्यक्ति को पीपल के पेड़ में जल अर्पित करने की विधि पता होनी चाहिए आज हम आप लोगों को पीपल में जल देने की विधि बताने वाले हैं।

  1. अगर कोई भी व्यक्ति पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहता है तो उसके लिए उस व्यक्ति को शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाना चाहिए।
  2. पीपल में जल अर्पित करने के लिए शनिवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निश्चिंत होने के बाद पीपल के वृक्ष के नीचे जाकर शनि भगवान की पूजा करें।
  3. उसके बाद पीपल के वृक्ष में शुद्ध जल अर्पित करें और उस जल में जो आपको पीपल के वृक्ष में अर्पित करना है उसमें जल , दूध , तिल, चंदन मिला होना चाहिए।
  4. उसके बाद आप को पीपल में जल चढ़ाते वक्त आपको थोड़ा सा जल अपने उस लोटे में बचा लेना है और उसे वापस घर ले आना है और अपने पूरे घर में उस जल का छिड़काव करना है ऐसा करने से ग्रह शांति होती है।
  5. पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करने के बाद फूल तथा प्रसाद का भोग लगाना है और उसके बाद पीपल के वृक्ष के सामने धूप दीप जलाना है।
  6. इन सारी प्रक्रियाओं से निश्चिंत होने के बाद आरती करना है और प्रसाद ग्रहण करना है।
  7. उसके बाद आपको सबसे लास्ट में पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करनी है।
  8. अगर इस प्रकार कोई भी व्यक्ति पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाता है तो उसकी सभी समस्याएं दूर हो जाती है तथा मनोकामनाएं भी पूर्ण हो जाती हैं।

पीपल में जल चढ़ाने के फायदे | Pipal Mein Jal chadhane ke fayde

Pipal

  1. जो भी व्यक्ति पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करता है उसके मन को शांति मिलती है इसके अलावा पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करने से कुंडली के कमजोर ग्रह को मजबूती मिल जाती है।
  2. हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा गया है कि पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने से और पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करने से बहुत शुभ परिणाम मिलते हैं क्योंकि पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करने से कुंडली में व्याप्त काल सर्प दोष मुक्त हो जाता है।
  3. ऐसा कहा जाता है कि पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करने से और पीपल को दोनों हाथों से स्पर्श करने के बाद सात बार परिक्रमा करने से शनि की साढ़ेसाती का बुरा असर खत्म हो जाता है।
  4. अगर आप लोगों को पीपल के वृक्ष में जल देना चाहते हैं तो उसके लिए आपको शनिवार के दिन जल में गुड़ और दूध मिलाकर पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करना चाहिए इससे साढ़ेसाती के जितने भी बुरे असर होते हैं वह समाप्त हो जाते हैं।
  5. अगर कोई भी व्यक्ति शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में जल चढ़ाता है तो नकारात्मक शक्ति दूर हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करने लगती है।
  6. हमारे हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल देने से शुभ फल प्राप्त होते हैं और साथ ही अगर कोई भी व्यक्ति रविवार के दिन पीपल के वृक्ष में जल देता है तो उससे दरिद्रता को आमंत्रण भी देता है।

FAQ : पीपल में जल चढ़ाने के फायदे

शनिवार को पीपल में जल कब चढ़ाना चाहिए ?

शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में सूर्य उदय के बाद ही जल चढ़ाना चाहिए क्योंकि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में साक्षात मां लक्ष्मी का निवास होता है इसीलिए सूर्य उदय के बाद पीपल के वृक्ष में जल देने से जन्म कुंडली में और शनि की शांति होती है और शनि की साढ़ेसाती भी समाप्त हो जाती है।

पीपल के नीचे दीपक जलाने से क्या होता है ?

पर आप लोग यह जानना चाहते हैं कि पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाने से क्या होता है तो हम आप लोगों को बता दें कि पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाने से लक्ष्मी नारायण की अनंत कृपा प्राप्त होती है और सभी देवी देवताओं का वास भी माना जाता है इसीलिए पीपल के नीचे दीपक जलाने से सभी पाप नष्ट हो जाते।

पीपल की पूजा सुबह कितने बजे करनी चाहिए ?

आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि पीपल के वृक्ष की पूजा सुबह 6:00 बजे के बाद ही करनी चाहिए पीपल की पूजा में सूर्य उदय होना बेहद आवश्यक है अगर आप लोग सूर्य उदय के पहले पीपल के वृक्ष की पूजा करते हैं तो इससे आपके घर में दरिद्रता का वास हो जाता है।

निष्कर्ष

जैसा कि आज हमने आप लोगों को इस लेख के माध्यम से पीपल में जल चढ़ाने के फायदे के बारे में बताया इसके अलावा पीपल के वृक्ष में जल देने की विधि क्या है और जल देते समय कौन से मंत्र का प्रयोग किया जाता है इन सारे विषयों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

अगर आपने हमारे इस लेख को अच्छे से पढ़ा है तो आपको अवश्य ही पीपल में जल देने की जानकारी मिल गई होगी उम्मीद करते हैं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी और आपके लिए उपयोगी भी साबित हुई होगी

Leave a Comment