सुबह कितने बजे नहाना चाहिए Subah kitne baje Nahana chahiye : हेलो दोस्तों नमस्कार आज मैं आप लोगों इस लेख के माध्यम से सुबह कितने बजे नहाना चाहिए इस जानकारी से परिचित करवाऊंगी, क्योंकि हिंदू संस्कृति में स्वच्छ शरीर और मस्तिष्क विकास के लिए स्नान करना बहुत ही महत्वपूर्ण बताया गया है.
यहां तक कि कई लोग तो ऐसे होते हैं जो बिना स्नान के पानी तक ग्रहण नहीं करते हैं क्योंकि कई प्रकार के धार्मिक ग्रंथों में स्नान को लेकर कई तरह के नियम और शुभ अशुभ समय के महत्व के विषय में बताया गया है और जो लोग बिना स्नान किए पानी तक ग्रहण नहीं करते हैं.
उन लोगों को धार्मिक ग्रंथों में सुबह स्नान को लेकर बनाए गए नियम और शुभ अशुभ समय के महत्व के विषय में संपूर्ण जानकारी होती है जिसकी वजह से वह लोग सुबह स्नान को लेकर महत्व को समझते हुए धार्मिक ग्रंथों में स्नान से संबंधित बनाएं गए सभी प्रकार के नियमों का पालन करके अपने जीवन को सरल बनाते हैं.
धार्मिक ग्रंथ के अनुसार स्नान चार प्रकार के बताए गए हैं जिनमें से पहला मुनि स्नान, दुसरा देव स्नान, तीसरा मानव स्नान और चौथा राक्षस स्नान। और इन चारों स्नान में सबसे शुद्ध स्नान मुनि स्नान को माना गया है जो सुबह 4 से 5 बजे के बीच करना होता है, धार्मिक ग्रंथों में 4 से 5 बजे स्नान को लेकर ऐसा माना गया है कि जो व्यक्ति इस समय स्नान करता है.
उसके अंदर कभी भी नकारात्मक शक्तियां निवास नहीं कर पाती हैं और उस व्यक्ति का मानसिक विकास भी काफी तेज गति से आगे बढ़ता है. इसलिए आज मैं इस लेख में धार्मिक ग्रंथ में बताए गए चारों प्रकार के स्नान के विषय में विस्तार पूर्वक से बताऊंगी, साथ में यह भी बताऊंगी कि सुबह कितने बजे नहाना मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शुभ माना गया है ऐसे में अगर आप लोग धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सुबह स्नान से संबंधित संपूर्ण जानकारी को प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को शुरू से अंत तक अवश्य पढ़ें
- 1. सुबह कितने बजे नहाना चाहिए ? | Subah kitne baje Nahana chahiye ?
- 2. सुबह किस तरह का स्नान करना चाहिए ?
- 3. सुबह स्नान करने के पश्चात क्या करना चाहिए ?
- 4. सुबह 4, 5 बजे स्नान करने के फायदे
- 5. सुबह स्नान करने के अन्य फायदे | Subah snan karne ke Anya fayde
- 6. धार्मिक ग्रंथ में बताया जाए चार प्रकार के स्नान
- 6.1. 1. मुनि स्नान
- 6.2. 2. देव स्नान
- 6.3. 4. राक्षस स्नान
- 7. FAQ : सुबह कितने बजे नहाना चाहिए
- 7.1. सुबह उठकर किस भगवान का स्मरण करना चाहिए ?
- 7.2. जगने के तुरंत पश्चात स्नान करने से क्या होता है ?
- 7.3. सुबह जल्दी नहाने से क्या होता है ?
- 8. निष्कर्ष
सुबह कितने बजे नहाना चाहिए ? | Subah kitne baje Nahana chahiye ?
हिंदू धर्म में कई प्रकार के धार्मिक ग्रंथों में सुबह सूर्य अस्त होने से पहले 4 और 5 बजे के बीच स्नान करना शुभ बताया गया है क्योंकि इस समय स्नान करने से व्यक्ति के अंदर बल, बुद्धि ,और कई प्रकार की नकारात्मक शक्तियों से लड़ने की क्षमता आती है, इसी के साथ में 4 से 5 के बीच स्नान करने से दीर्घायु और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
सुबह किस तरह का स्नान करना चाहिए ?
सुबह सूर्योदय से पहले उठकर मुनि स्नान करना चाहिए यानि कि आपको अपने सर से पानी डालते हुए ईश्वर का ध्यान करके हर हर महादेव का जाप अपने मन ही मन करना चाहिए, इस तरह से रोज सुबह मुनि स्नान करने से घर में सुख, शांति, समृद्धि, विद्या, बल, आरोग्य चेतना की प्राप्ति होती है.
सुबह स्नान करने के पश्चात क्या करना चाहिए ?
कई प्रकार के धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है सुबह सूर्य उदय से पहले स्नान करने के पश्चात स्वच्छ कपड़े धारण कर लेनी चाहिए उसके पश्चात एक पीतल के लोटे में गंगाजल सूर्य देव को समर्पित करना चाहिए. सूर्य देव को जल अर्पित करने के पश्चात हाथ जोड़कर इस मंत्र का उच्चारण करना चाहिए.
ॐ ऐहि सूर्य सह स्त्रांशों तेजोराशे जग त्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घ्यं नमो स्तुते।।”
मंत्र का अर्थ : इस मंत्र का भाव अर्थ है हे परमपिता सूर्यदेव मैं आपकी पूजा करता हूं आप मुझे अपने प्रकाश से रोशन करो तथा मुझे ज्ञान और बल विद्या प्राप्त करो. शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को सुबह स्नान करने के पश्चात जल अर्पित करते समय इस मंत्र का उच्चारण करते समय व्यक्ति का दिन बहुत अच्छा जाता है.
इसीलिए सुबह मुनि स्नान करने के पश्चात सूर्य देव को जल अवश्य अर्पण करें. इसके बाद जब आप घर से बाहर जा रहे हैं तो मां-बाप की चरण अवश्य स्पर्श करें ऐसा करने से कार्य में सफलता मिलती है.
सुबह 4, 5 बजे स्नान करने के फायदे
अच्छे स्वास्थ्य के लिए नहाना आवश्यक है इस बात से सभी लोग परिचित हैं लेकिन नहाने का शुभ समय और शुभ समय पर नहाने के कौन कौन से फायदे होते हैं इस बात से लगभग काफी लोग अनजान है इसलिए हम यहां पर सुबह 4 से 5 बजे के बीच मुनि स्नान करने के महत्वपूर्ण लाभ क्या होते हैं इसके विषय में बताऊगी .
स्कंद पुराण में रोज सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करने के 10 लाभ बताए गए हैं जो एक श्लोक के माध्यम से दर्शाए गए हैं वह इस्लोक कुछ इस प्रकार का हैं,
गुणा दश स्नान परस्य साधो रूपञ्च तेजश्च बलं च शौचम्।
आयुष्यमारोग्यमलोलुपत्वं दु:स्वप्रनाशश्च यशश्च मेधा:।।
श्लोक का अर्थ : इस श्लोक का अर्थ है जो व्यक्ति सुबह सूर्य उदय से पहले उठकर मुनि स्नान करते हैं उन लोगों के तेज में वृद्धि होती है तथा वह लोग लंबे समय तक आरोग्य तथा कई प्रकार के दुष्प्रभाव से बचे रहते हैं.
सुबह स्नान करने के अन्य फायदे | Subah snan karne ke Anya fayde
- सुबह स्नान करने से व्यक्ति के अंदर सकारात्मक शक्तियों का वास होता है और जब किसी व्यक्ति के अंदर सकारात्मक शक्तियों का वास होता है तो वह व्यक्ति हमेशा प्रसन्न रहता है तथा हर कार्य को सही तरीके से कर पाता है.
- सुबह स्नान करने से तरोताजा महसूस होता है.
- रोज सुबह सूर्य उदय से पहले नहाने से सुंदरता बढ़ती है.
- रोज सुबह नहाने से कई प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमता प्राप्त होती है.
- रोज सुबह मनीष दान करने से व्यावहारिक और चारित्रिक पवित्रता बढ़ती है.
- रोज सुबह प्रातः काल स्नान करने से मानसिक शक्ति बढ़ती है और जब मानसिक शक्ति बढ़ती है तो किसी भी परिस्थिति में सही निर्णय लिया जा सकता है.
- रोज सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने से ज्ञान प्राप्त करने में आसानी होती है.
- रोज सुबह ब्रह्म मुहूर्त में नहाने से अशुद्ध विचार तथा बुरे सपनों से मुक्ति मिल जाती है.
- रोज सुबह उठकर स्नान करने से दिनभर का आलस्य खत्म हो जाता है और किसी भी कार्य को करने की नई ऊर्जा प्राप्त होती है.
- रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान करने से समय की बचत होती है और हर काम अपने समय पर हो जाता है.
तो मित्रों अब आप लोगों ने सुबह कितने बजे स्नान करना चाहिए, क्यों करना चाहिए, कैसे करना चाहिए ? यह सारी जानकारी प्राप्त कर लिया होगा अब आइए जानते हैं धार्मिक ग्रंथ में बताए गए चार प्रकार के स्नान के विषय में :
धार्मिक ग्रंथ में बताया जाए चार प्रकार के स्नान
- मुनि स्नान
- देव स्नान
- मानव स्नान
- राक्षस स्नान
1. मुनि स्नान
प्रातः काल 4 से 5 के समय स्नान करने को मुनि स्नान कहा जाता है और धार्मिक ग्रंथों में मुनि स्नान को सर्वोत्तम स्नान बताया गया है जिसमें कहा गया है जो व्यक्ति नियमित रूप से मुनि स्नान करता है तो उस व्यक्ति को सुख शांति समृद्धि बाल चेतना आरोग्य विद्या धन की प्राप्ति होती है
2. देव स्नान
धार्मिक ग्रंथ में जहां 4 से 5 के समय स्नान करने को मुनि स्नान कहा जाता है तो वहीं 5 से 6 के बीच स्नान करने के समय को देव स्नान कहा जाता है धार्मिक ग्रंथ में इस को श्रेष्ठ स्नान माना गया है ऐसा माना जाता है जो व्यक्ति नियमित रूप से देवस्थान करता है उस व्यक्ति को यश, कीर्ति, धन-वैभव, सुख, शान्ति, संतोष आता है।
3. मानव स्नान
सुबह सूर्य उदय के पश्चात 7:00 और 8:00 किया जाने वाला स्नान मानव स्नान कहलाता है और धार्मिक ग्रंथ में मानव स्नान को लेकर ऐसा माना गया है जो व्यक्ति नियमित रूप से मानव स्नान करता है काम में सफलता, भाग्य, अच्छे कर्मों की सूझ, परिवार में एकता मिलती है।
4. राक्षस स्नान
सुबह सूर्योदय के पश्चात 8 बजने के बाद स्नान करने के समय को राक्षस स्थान कहा जाता है और धार्मिक ग्रंथ में राज्य से स्नान को लेकर ऐसा कहा गया है जो व्यक्ति नियमित रूप से राज्य से स्नान करता है तो उन्हें जीवन में दरिद्रता, हानि, कलेश, धन हानि का सामना करना पड़ता है।
FAQ : सुबह कितने बजे नहाना चाहिए
सुबह उठकर किस भगवान का स्मरण करना चाहिए ?
जगने के तुरंत पश्चात स्नान करने से क्या होता है ?
सुबह जल्दी नहाने से क्या होता है ?
निष्कर्ष
तो दोस्तों जैसा कि आज हमने इस लेख में आप सभी लोगों को सुबह कितने बजे स्नान करना चाहिए इस टॉपिक से संबंधित विशेष जानकारी प्रदान करने की पूरी कोशिश की है जिसमें हमने आप लोगों को सुबह कितने बजे स्नान करना चाहिए, किस तरह से करना चाहिए, सुबह स्नान के पश्चात क्या करना चाहिए और सुबह स्नान करने के फायदे क्या होते हैं, साथ में धार्मिक ग्रंथ में स्नान के कितने प्रकार बताए गए हैं और उन प्रकार उन स्नान का क्या महत्व है ?
इसके विषय में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक से बताई है. अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों सुबह स्नान से संबंधित विशेष जानकारी प्राप्त हो गई होगी और आप लोग जान गए होंगे सुबह किस प्रकार का स्नान करना शुभ माना गया है .
तो मित्रों हम उम्मीद करते हैं आप लोगों को हमारे द्वारा बताइगई जानकारी पसंद आई होगी और यह लेख आप लोगों के लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.