विवाहिता जाने पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए : कब कौन सा सिंदूर लगाये | Yellow shindur Peela sindur kis din lagana chahiye

पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए Pila sindoor kis din lagana chahiye : नमस्कार मित्रों आज हम आप लोगों को हिंदू धर्म के अनुसार सिंदूर क्यों लगाना चाहिए और पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए इसके बारे में बताएंगे हिंदू धर्म में सिंदूर महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है खासकर उन महिलाओं के लिए जो महिला विवाहित है क्योंकि विवाहित महिलाओं की पहचान सिंदूर के लगाने से ही होती है और यह सुहाग का प्रतीक माना जाता है हिंदू धर्म के अनुसार शादी तभी संपन्न होती है.

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जब दूल्हा दुल्हन की मांग में सिंदूर को भरता है और विवाह के बाद महिलाएं सिंदूर लगाती है क्योंकि सुहागिन महिलाओं का मुख्य श्रृंगार सिंदूर ही माना जाता है क्या आप जानते हैं कि शास्त्रों के नियम अनुसार सिंदूर लगाने से सुहाग हमेशा सलामत रहता है तो आइए जानते हैं .

विशेष नियमों के बारे में आज हम आपको बताएंगे कि पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए और सिंदूर लगाने का महत्व क्या है सिंदूर कैसे और क्यों लगाना चाहिए अगर आप भी इन सारे विषयों को अच्छी तरीके से जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें तभी आपको इसकी सारी जानकारी सही से प्राप्त हो।

पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए | Pila sindoor kis din lagana chahiye

क्या आप जानते हैं कि पीला सिंदूर बहुत ही शुभ माना जाता है क्योंकि जिस समय लड़की का विवाह हो रहा होता है इस समय पीले सिंदूर का ही चयन किया जाता है और इसका इस्तेमाल छठी पूजा में भी किया जाता है पीले रंग का सिंदूर स्त्रियां किसी पर्व पर लंबा सिंदूर लगाते हैं.

नाक से लेकर मथे तक लंबा पीला सिंदूर लगाने की एक कामना होती है स्त्री आज इतना ही लंबा सिंदूर अपनी मांग में भर्ती हैं उनके पति की उम्र उतनी ही लंबी हो जाती है और वह उतने ही ताकतवर हो जाते हैं उतनी ही तरक्की करते हैं।

सिंदूर

जब स्त्रियां नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा करती हैं तो उन्हें पंडाल में विराजमान करके सिंदूर लगाते हैं इसको सभी लोग सिंदूर खेला कहते हैं क्या आप जानते हैं कि कुछ समय पहले पुराने समय में इस परंपरा को केवल विवाहित स्त्रियां ही करती थी इस परंपरा में लाल रंग की साड़ी पहनकर मत्थे पर एक दूसरे को सिंदूर लगाती थी इस सिंदूर को खेलने में हर एक महिला भाग लेती थी यह परंपरा सामाजिक पहचान से जुड़ा हुआ है.

वैसे तो एक चुटकी सिंदूर की कीमत कोई नहीं जानता क्योंकि यह एक चुटकी सिंदूर औरत के लिए हकीकत में बदला एक सपना है उसकी एक ताकत है उसका एक विश्वास है उसकी एक परंपरा है उसका एक सौभाग्य है उसका एक रिवाज है और सबसे अहम बात है कि यह नारी की पहचान है उसका एक सम्मान है।

लाल सिंदूर क्यों और किस दिन लगाना चाहिए ? | Lal sindoor kyu aur kis din lgana chahiye

क्या आप जानते हैं कि लाल रंग का सिंदूर लगाना एक परंपरा है क्योंकि माता सती और पार्वती की शक्ति और ऊर्जा लाल रंग से ही व्यक्त होती है इसीलिए स्त्रियों को लाल रंग का सिंदूर ही लगाना चाहिए वैसे तो सिंदूरदान एक परंपरा है यह एक विश्वास है यह एक ऐसी पहचान है जिससे हम सभी लोग पत्नी की मनोकामना की अभिव्यक्ति भी कहते हैं अब अगर बात करें कि लाल रंग का सिंदूर कैसे और किस दिन लगाना चाहिए.

सिंदूर

सिंदूर रविवार या फिर सोमवार और शुक्रवार के दिन बाल को धूल कर ही सिंदूर लगाना चाहिए अब बात आती है कि लाल रंग का सिंदूर क्यों लगाना चाहिए जब कोई विवाहित स्त्री लाल रंग का सिंदूर लगाती है तो ही वह एक विवाहित स्त्री कहलाती है क्योंकि सिंदूर सुहाग की निशानी होती है अगर उस व्यक्ति की शादी हो गई है तो उसे सिंदूर अवश्य लगाना चाहिए।

किस दिन कौन सा सिंदूर लगाना चाहिए | Kis din koun sa sindoor lagana chahiye

वैसे तो सिंदूर लगाने का कोई दिन निश्चित नहीं होता लेकिन फिर भी हिंदू धर्म के अनुसार महिलाओं को रविवार सोमवार और शुक्रवार को बाल धुल कर ही सिंदूर लगाना चाहिए स्त्रियों सिंदूर अपनी मांग में भरने से पहले एक बार ही मां गौरी को सिंदूर अर्पित जरूर करें उसके बाद मां गौरी के चढ़ाए हुए सिंदूर को अपनी मांग में भर लो ऐसा हमारे हिंदू धर्म में माना जाता है कि मां गौरी को चढ़ाया हुआ सिंदूर अगर आप लगाते हैं तो आपको अखंड सौभाग्यवती का वरदान मिलता है।

सिंदूर का महत्व | Sindoor ka mahatva

सिंदूर

  1. हमने कई बार ऐसा देखा है कि स्त्रियां जमीन पर गिरे हुए सिंदूर को डिब्बी में भरकर उसे लगा लेती हैं लेकिन आपको कभी भी ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह अपशगुन माना जाता है अगर आपका सिंदूर जमीन पर गिर जाता है तो वह अपवित्र हो जाता है उसे दोबारा नहीं लगाना चाहिए।
  2. मैंने देखा है बहुत सी स्त्रियां सिंदूर को छिपाकर लगाती है या फिर मांग में कहीं पर थोड़ा सा सिंदूर लगा लेते हैं लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए अगर आप सिंदूर को छिपाकर लगाती है तो आपके पति को मान सम्मान नहीं मिलता है।
  3. जो महिलाएं अपनी मांग में लंबा सिंदूर लगाती है शास्त्रों के अनुसार उनके पति को खूब मान सम्मान मिलता है।
  4. शास्त्रों के अनुसार ऐसा कहा गया है कि जिन महिलाओं की नई-नई शादी होती है उन महिलाओं को एक बात का ख्याल रखना है जो सिंदूर उन्हें शादी के समय मिलता है उस सिंदूर को कुछ दिनों तक उन्हें लगाना चाहिए और उसके बाद उस सिंदूर को सुरक्षित जगह पर रख देना चाहिए।
  5. स्त्रियों को एक बात का बेहद ख्याल रखना चाहिए उन्हें सिंदूर तब ही लगाना चाहिए जब वह स्नानादि से संपन्न हो जाए बिना स्नान करे सिंदूर को कभी नहीं लगाना चाहिए और कभी भी दूसरी महिला का सिंदूर नहीं लगाना चाहिए और किसी भी महिला को अपना सिंदूर नहीं देना चाहिए क्योंकि इससे पति का प्यार बढ़ जाता है।

सिंदूर कैसे लगाएं ? सिंदूर लगाने की विधि जाने | Sindoor kaise lagaye ? Sindoor lagane ki vidhi jane

जो भी महिलाएं विवाहिता है और वह सिंदूर लगा रहे हैं तो उन्हें एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि सिंदूर किसी के प्रकार लगाना है यदि आप बीच मांग में सिंदूर भर रही है तो सिंदूर लगाते समय माता पार्वती को याद करना चाहिए क्योंकि माता पार्वती अखंड सौभाग्यवती का वरदान देती हैं.

अगर आप उस प्रकार से सिंदूर नहीं लगाते हैं तो आज से ही अपनी आदत को बदल दीजिए माता पार्वती का ध्यान करते हुए सिंदूर लगाने का प्रयास करें इससे आपको पति के प्रति प्रेम होगा और पति की लंबी आयु भी बढ़ेगी।

सिंदूर लगाने के फायदे और नुकसान | sindur lagane ke fayde aur nuksan

सिंदूर

सिंदूर लगाने के फायदे

  1. क्या आप जानते हैं कि अगर आप सिंदूर लगाती हैं तो आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और उसके साथ आप का मन भी शांत रहता है।
  2. अगर आप सिंदूर लगाते हैं तो ब्लड सरकुलेशन बढ़ता है।
  3. सिंदूर में एक प्रकार की धातु पाई जाती है धातु का नाम है पारा धातु यह धातु चेहरे की झुर्रियों को कम कर देती है।

सिंदूर लगाने के नुकसान

लेकिन यह फायदे तो हर्बल तरीके से बनते हैं लेकिन अगर सिंदूर में कोई केमिकल का इस्तेमाल होता है तो उससे कई प्रकार के स्किन एलर्जी या नुकसान भी हो सकते हैं जैसे कि

  1. स्किन कैंसर
  2. कम आईक्यू

विस्तार से पढ़ने के लिये यह लेख पढ़े : मांग में सिंदूर क्यों लगाया जाता है ? सिंदूर कैसे लगाये ? सिंदूर लगाने के 5 फायदे ? benefits of applying vermilion in demand ?

FAQ : पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए

सिंदूर कब नहीं लगाना चाहिए?

क्या आप जानते हैं कभी-कभी आप गलत तरीके से सिंदूर लगा जाता है कई महिलाएं तो किसी तीज त्यौहार पर ही सिंदूर लगाते हैं जो कि बहुत ही ज्यादा गलत माना जाता है यदि आप शादीशुदा है तो आपका कर्तव्य है कि आप प्रतिदिन स्नान करने के बाद सिंदूर को अच्छी तरह से अपनी मांग में भरें अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इसका आपके ऊपर बुरा असर पड़ सकता है और आपके दंपति जीवन पर उसका बहुत ही बुरा असर पड़ सकता है। 

पीला सिंदूर लगाने से क्या होता है?

वैसे तो दो प्रकार का सिंदूर होता है एक लाल कलर का और एक ही ले बनाएगा माता सती और पार्वती की शक्ति और ऊर्जा लाल रंग के सिंदूर से ही जानी जाती है इसलिए अगर महिला लाल सिंदूर लगाती है तो यह बहुत ही सौभाग्य की बात होती है ज्यादातर स्त्रियां लाल रंग का सिंदूर लगाना पसंद करती हैं वैसे तो कई जगहों पर पीला सिंदूर लगाने की परंपरा होती है जैसे कि छठी पूजा में पीले सिंदूर का इस्तेमाल ही किया जाता है।

सुहागन स्त्री को सिंदूर कैसे लगाना चाहिए?

हिंदू महिलाओं को सुहागिन को सिंदूर को लेकर विशेष ध्यान रखना चाहिए जैसे की मान्यताओं के अनुसार पति-पत्नी के मांग में सिंदूर भरता है अगर पत्नी ने बीच मांग में सिंदूर लगाया है तो उसके पति की अकाल मृत्यु भी हो सकती है जो भी स्त्री अपने सिंदूर को बालों से छुपा लेती है उसका पति समाज में भी छिप जाता है।

निष्कर्ष

आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए इसके बारे में बताया इसके अलावा इस टॉपिक से संबंधित अन्य और भी जानकारी प्रदान की है तो हम उम्मीद करते हैं कि आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा हम आशा करते हैं कि आपको हमारा यह पीला सिंदूर किस दिन लगाना चाहिए , आर्टिकल अच्छा लगा होगा।

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