पूजा-पाठ जप करते समय उबासी आना शुभ-अशुभ : उबासी आने का कारण और निवारण | Jap karte samay ubasi aana

जप करते समय उबासी आना | Jap karte samay ubasi aana : दोस्तों अधिकांश लोग सुबह शाम अपने आराध्य देव की पूजा पाठ उपासना करते रहते हैं और इस दौरान मंत्र जप भी करते हैं। शास्त्र कहते हैं कि किसी भी मंत्र का जप करने के लिए पूरी तरह से स्वस्थ होना जरूरी है क्योंकि मंत्र जप में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए।

लेकिन कई बार देखा जाता है कि कुछ लोग जब ध्यान मग्न होकर के जप कर रहे होते हैं तो जप करते समय उबासी आने लगते हैं अर्थात जम्हाई लेने लगते हैं जिससे मंत्र जप में बाधा उत्पन्न हो जाती है और जप-तप टूट जाता है।

जप करते समय उबासी आना

इस तरह से जप करते समय उबासी आना मंत्र जाप का असर कम हो जाता है। जिस उद्देश्य को लेकर हम मंत्रों का जाप करते हैं उस उद्देश्य में सफलता मिलती है और मंत्र में त्रुटि उत्पन्न हो जाती है।

शास्त्र कहते हैं कि मंत्रों का जाप करते समय लाए का टूटना या ध्यान मग्न होने से आत्मबल कमजोर होने लगता है मंत्रों की शक्ति कमजोर हो जाती है जिससे हमें विपरीत प्रभाव दिखाई देने लगता है। धीरे-धीरे व्यक्ति मंत्र जाप से दूर होने लगता है।

जप करते समय उबासी आना | Jap karte samay ubasi aana

दोस्तों अगर आप पूजा पाठ करते हैं और किसी मंत्र या स्त्रोत का जाप करते हैं इस दौरान आपको उबासी या जमुहाई आती है तो कैसे-कैसे संकेत मिलते हैं। कहा जाता है कि पूजा पाठ करने के दौरान व्यक्ति का मन ईश्वर आराधना में जुड़ जाता है।

लेकिन जाप करते समय उबासी आना कुछ अलग ही संकेत देता है क्योंकि जैसे ही हम जप करने बैठते हैं वैसे ही हमारे आसपास का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है हमारे मन में उत्पन्न होने वाला तनाव कम हो जाता है जिससे हम उर्जित महसूस करते हैं।

कई बार अनुभव किया होगा कि जब हम किसी भी मंत्र का जाप कर रहे होते हैं तो हमारे रोए एकाएक खड़े हो जाते हैं या फिर आंखों में आंसू आने लगते हैं अथवा नींद आने लगती है या फिर उबासी आने लगती हैं। अगर आपको जप करते समय उबासी आना प्रारंभ हो जाए तो इसके क्या संकेत हैं ? आइए जानते हैं।

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दोस्तों मनुष्य के अंदर अच्छे बुरे दोनों प्रकार के विचार चलते रहते हैं परंतु लोग जब तक ध्यान करना प्रारंभ कर देते हैं तो धीरे-धीरे बुरे विचार दूर होने लगते हैं अच्छे विचार संचालित होने लगते हैं ऐसी स्थिति में जब कोई व्यक्ति जप कर रहा है और उसे उबासी आने लगती है तो ऐसे में जप करते समय उबासी आना मन में अलग-अलग विचारों का चलना होता है।

जाप करते समय उबासी आने का मतलब हो सकता है कि आप सही से नींद ना आने पाए हो और अपने को थके हुए महसूस करते हैं या अस्वस्थ महसूस करते हैं। कभी-कभी व्यक्ति के अंदर डायबिटीज ऐसी समस्या भी उबासी का कारण बनती है। इसके अलावा जाप करते समय उबासी आना हाइपोग्लाइसीमिया रोग का संकेत मिलता है।

कुछ लोगों के अंदर डायबिटीज की मात्रा अधिक हो जाती है जिसकी वजह से शरीर में ऊर्जा की कमी होती है और जाप करते समय उबासी आने लगती है। उबासी आने का एक कारण यह भी हो सकता है कि आपकी पूजा सफल है और भगवान से आत्मा का मिलन हो रहा है। जब भक्त और भगवान एक दूसरे में खो जाते हैं तो भक्तों को आनंद की अनुभूति होती है जिससे जप करते समय उबासी महसूस होती है।

जप करते समय उबासी आए तो क्या करें ? | Jap karte samay ubasi aaye to kya kare ?

दोस्तों उबासी के आने के कई कारण हो सकते हैं ऐसे में अगर आपको जप करते समय उबासी आती है तो हमारे आर्टिकल में बताए गए कारणों पर ध्यान दें और इन कारणों से उबासी उत्पन्न हो रही है तो इन्हें दूर करने का प्रयास करें।

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  1. अगर शारीरिक अस्वस्थता के कारण उबासी आती है तो सबसे पहले अपने शरीर को निरोग बनाने का प्रयास करें।
  2. अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं और पूजा तथा जप करते समय उबासी आ रही हैं तो आपको ईश्वरी शक्ति का आभास होने वाला है और ऐसे समय में अपनी आस्था को और अधिक बढ़ाने का प्रयास करें।
  3. जप करते समय शारीरिक ऊर्जा की कमी के कारण उबासी आ सकती है ऐसे में अपनी उबासी को दूर करने के लिए आवश्यक ऊर्जा को पूरा करें जिसके लिए आप ऊर्जा वाले भोज्य पदार्थों का सेवन करें।
  4. कई बार लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है जो उबासी का प्रमुख कारण है ऐसे में अगर आप जप  करते समय उबासी की समस्या से परेशान होते हैं तो अपनी डायबिटीज का इलाज अवश्य करें।
  5. कई बार लोग शारीरिक रूप से थकान महसूस करते हैं जिसकी वजह से जाप करने में समस्या उत्पन्न होती हैं । थकान के कारण शरीर में पानी की भी कमी होती है जिसकी वजह से व्यक्ति को उबासी आती है ऐसे में आपको अपने शरीर में पानी की उचित मात्रा को बनाए रखना जरूरी है।
  6. मन चंचल होता है और वह क्षण प्रतिक्षण इधर-उधर चलता रहता है जिसकी वजह से जप-तप करने में उबासी आती है क्योंकि मन में अलग अलग विचारधारा उत्पन्न होने लगती हैं। इसलिए मन को एकाग्र करने के लिए ध्यान साधना करें।

FAQ : जप करते समय उबासी आना

उबासी आए तो क्या करें ?

अगर आपको बार बार उबासी आती है तो आपको थोड़ी देर के लिए आराम करना चाहिए। ज्यादातर लोगों को पानी की कमी और थकान के कारण उबासी आती है ऐसे में शरीर के अंदर पानी की कमी को पूरा करने के लिए पानी अधिक पिएं।

बार बार उबासी क्यों आती है ?

बार बार उबासी आने का कारण तनाव, अनिद्रा, थकान, डायबिटीज हो सकते है।

निष्कर्ष

दोस्तों जप करते समय उबासी आना एक सामान्य समस्या है जब कोई भी व्यक्ति जप तप करना प्रारंभ करता है तो प्रारंभिक दौर में मन भटकता रहता है जिसकी वजह से व्यक्ति एकाग्र चित्त नहीं हो पाता है और जप करते समय तमाम तरह की प्रक्रियाएं होने लगती हैं। लेकिन जब कोई व्यक्ति अपने मन को एकाग्र कर लेता है तो किसी भी प्यार की कोई समस्या नहीं आती है।

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