होली के उपाय : सुख-शांति, धन-प्राप्ति एवं बिमारियों से मुक्ति के उपाय | Holi ke upay : Holi par nibandh

होली के उपाय | holi ke upay : नमस्कार दोस्तों हार्दिक स्वागत है आपका. आज इस लेख के माध्यम से हम आपको holi ke upay के बारे में अवगत कराएंगे. जैसा कि आप लोग होली के पर्व के बारे में तो अवश्य ही जानते होंगे.

होली के उपाय | holi ke upay

होली का पर्व हमारे लिए बहुत ही खास है. क्योंकि यह असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाने वाला आनंद से भरा हुआ त्यौहार है. दोस्तों इस लेख में आज हम आपको बताएंगे कि होली का त्यौहार क्यों एवं कैसे मनाया जाता है ?

होलिका दहन किस प्रकार किया जाता है, होली में कौन से व्यंजन बनाए जाते हैं, लोग रंगों से किस तरह खेलते हैं एवं holi ke upay कौन से किए जाते हैं ? इसके बारे में हम आप लोगों को इस लेख में संपूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक प्रदान करेंगे.

यदि आप लोग होली के दिन किए जाने वाले उपाय के बारे में नहीं जानते हैं और इन उपायों के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे इस लेख को ध्यान पूर्वक अंत तक अवश्य पढे .

होली क्यों मनाई जाती है ? | Holi kyu manai jati hain ?

रंगों का त्योहार होली हिंदू धर्म का बहुत ही प्रसिद्ध त्योहार है यह त्यौहार फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है यह भारत में सर्दियों के अंत एवं वसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करता है.

holi

इस दिन लोग एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं देते हैं और सारे लड़ाई झगड़े भेदभाव को भुलाकर भाई चारे के साथ मिलकर रंगों से होली खेलते हैं एवं एक दूसरे से गले मिलते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि होली किस उपलक्ष में मनाई जाती है ? यदि आप नही जानते हैं तो हम उस कथा के विषय में आपको इस लेख में बताएंगे.

होली के उपाय | Holi ke upay

प्रत्येक त्यौहार की तरह होली का त्यौहार हमारे लिए बहुत ही खास हैं. पुराणों के अनुसार यह बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. शास्त्रों में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जिन्हें होली के दिन अपना कर हम अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पा सकते हैं.

1. परिवार में सुख स्वास्थ्य के लिए उपाय

अपने परिवार में सुख स्वास्थ्य के लिए आप होली वाले दिन घर में जितने भी सदस्य रहते हैं उन सभी के पैर के अंगूठे से लेकर के सर तक एक सूत  से नाप  ले और फिर उस नाप  को जलती हुई होलिका अग्नि में डाल दें जब अग्नि जलना बंद हो जाए तो उसके बाद आप उस राख को किसी कागज में रखकर अपने घर ले आए और फिर उस राख को घर के सभी पुरुषों के माथे पर और महिलाओं के गले पर लगाएं ऐसा करने से आपके घर में  जो भी स्वास्थ संबंधित समस्याएं होंगी जल्द ही दूर हो जाएगी.

2. दरिद्रता दूर करने के उपाय

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यदि हमारे घर से आर्थिक दरिद्रता दूर नहीं हो रही है तो होली की रात हमें पूर्व दिशा की ओर अपना मुंह करके आसन में बैठकर संख एवं कोड़ी लेकर मूसर से कूटि गई दाल की सात ढेरी लगाएं.

इसके पश्चात ओम गणपति नमः मंत्र का पांच बार जाप करें एवं पूजन संपन्न होने पर समस्त सामग्री को जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दें ऐसा करने से निश्चित ही आपकी दरिद्रता दूर हो जाएगी और आपके घर में लक्ष्मी का आगमन होगा.

3. बीमारियों के लिए उपाय

जब हमारे घर में किसी व्यक्ति की बार-बार तबीयत खराब हो जाती है तो होली के दिन उसके लिए कुछ उपाय बताए गए हैं यदि आप बार-बार बीमारियों से परेशान रहते हैं तो होली के दिन होली की राख को मरीज के पलंग के नीचे डाले.

कई बार लोगों को कुछ ऐसी बीमारियां हो जाती है जो बहुत प्रयास करने पर भी ठीक नहीं होती है तो इस बीमारी के लिए होली के दिन बीमार व्यक्ति के ऊपर से सात बार नींबू उतारे और नींबू उतारने के बाद नींबू को अलग-अलग दिशा में फेंक दें यह प्रयोग आपको शाम के समय करना चाहिए.

इस प्रयोग का असर आपको जल्द ही दिखने लगेगा. इस दिन मां लक्ष्मी के मंदिर में जाकर हमें विधिवत मां लक्ष्मी एवं विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए और इसके साथ ही हमें अपनी क्षमता के अनुसार पशुओं को चारा खिलाना एवं गरीबों को खाना एवं वस्त्र देना चाहिए.

4. नकारात्मक शक्तियों के लिए उपाय

घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए होलिका की अग्नि में जलता हुआ कंडा और राख को अपने घर में ले आये. उसके बाद जलते हुए कंडे के धुंवे को घर में फैलाएं और फिर राख को लाकर अपने घर के चारों ओर बिखरा दे ऐसा करने से हमारे घर में जो भी नकारात्मक शक्तियां होती हैं वह दूर हो जाती हैं.

होलिका दहन की कथा | Holi dahan ki katha

पौराणिक ऐतिहासिक कथाओं के अनुसार प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का राजा था वह सभी कलाओं में पारंगत और दानवीर प्रवृत्ति का व्यक्ति था इस वजह से जनता उससे घृणा करती थी वह अपने आप को भगवान समझता था इसलिए वह चाहता था कि उसके राज्य का हर एक व्यक्ति उसे भगवान मानकर उसकी पूजा करें.

लेकिन उसका पुत्र पहलाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था और उसने अपने पिता की पूजा करने से इंकार कर दिया जिसके कारण क्रोध में आकर हिरण्यकशिपु ने कई बार प्रहलाद की जान लेने की कोशिश की लेकिन वह अपने गलत इरादों में सफल नहीं हुआ और प्रत्येक बार उसकी कोशिश नाकामयाब रही.

फिर उसने अपनी बहन होलिका से मदद मांगी, होलिका को आग से बचने के लिए विशेष शक्ति थी. इसलिए उसने प्रहलाद को अपने साथ होली में बैठने के लिए मनाया. लेकिन उसके गलत इरादों में शक्ति ने उसका साथ नहीं दिया और होलिका जलकर राख हो गई और दूसरी ओर पहलाद को भगवान विष्णु की कृपा से प्रतिरक्षा प्राप्त हुई और वह बच गया.

यही वह कारण है जिसकी वजह से पूरे देश में होली का पहला दिन होलिका दहन के रूप में मनाया जाता है. इस दिन होलिका की बुराइयां अग्नि में जलकर राख हो गई थी इसी वजह से यह त्यौहार असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है.

होलिका दहन की चिता तैयार करना

त्योहार से कुछ दिनो पहले ही लोग होलिका दहन की तैयारी करने लगते हैं इस क्रम में सबसे पहले वसंत पंचमी के दिन लवकुश (ढाव) को गाड़ने की प्रथा है उसी दिन से लोग उसके चारों और जलन शील  वस्तुएं जैसे लकड़ी, कंडा, पयाल आदि इकट्ठा करना शुरू कर देते हैं. प्राचीन ऐतिहासिक कथाओं के अनुसार चिता के ऊपर होलिका का एक पुतला जलाने के लिए रख दिया जाता है.

होलिका दहन कब किया जाता है ?

होली के त्यौहार का पहला दिन छोटी होली के रूप में मनाया जाता है इस दिन लोग शाम से ही होली पूजन की तैयारी में लग जाते हैं इस दिन प्रत्येक लोग अपने घर से कुछ सामग्री जलाने के लिए होली में अवश्य देते है.

फिर शाम को सभी अपने कार्य से निवृत्त होकर होली के स्थान पर एकत्रित होकर पूरे विधि विधान के साथ होलिका का पूजन करते हैं और रात्रि में 12:00 बजे के उपरांत होलीका में अग्नि लगाकर होलिका दहन किया जाता है.

होली में रंगों से खेलना

होली के दूसरे दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाते एवं गुलाल उड़ाते हैं बच्चे गुलाल, पिचकारी, रंग, गुब्बारा एवं अन्य रचनात्मक वस्तुओं से होली खेलते हैं. इस दिन लोग स्नेह पूर्वक एक दूसरे के गले मिलते हैं होली के दिन लोग डीजे पर नाचते हैं और होली के रंग उत्सव का पूर्ण आनंद लेते हैं.

होली में खाने का भोज

गुझिया gujiya sweet meetha

होली के पर्व पर हमारे देश में गुजिया (गुझिया) बनाने की एक विशेष परंपरा है लेकिन इसके अतिरिक्त हम लोग अन्य खाद्य पदार्थों को भी बनाते हैं जैसे बर्फी, रसगुल्ला, चिप्स पापड़ , पकवान आदि.

होली में मिलन

होली के दिन लोग रंग खेलने के पश्चात स्नान करके नए वस्त्र धारण करके एक दूसरे के घर होली मिलन के लिए जाते हैं. इस दिन छोटे लोग अपने से बड़े लोगों के पैरों को छूकर आशीर्वाद प्राप्त करते है सभी लोग होली मिलन में आए हुए लोगों का स्नेह पूर्वक जलपान कराते हैं और एक दूसरे से गले मिलते हैं.

FAQ : holi ke upay

होलिका दहन में नारियल क्यों डाला जाता है ?

मान्यता है कि अगर कोई व्यक्ति होलिका दहन के समय एक पानी डाल नारियल डालता है तो उसके जीवन से सारे संकट चले जाते हैं.

होली की राख को घर में रखने से क्या होता है ?

अगर कोई व्यक्ति होलिका दहन के बाद उसकी राख को अपने घर ले आता है तो उसके घर से राहु-केतु की बुरी नजर दूर होने के साथ-साथ घर में घर में जो भी बीमारियां होती हैं वह भी दूर हो जाती हैं.

होली की राख से नजर कैसे उतारे ?

अगर आप होली की राख से नजर उतारना चाहते हैं तो सबसे पहले आप होली की राख ले ले और फिर उसमें थोड़ी सी राई व नमक मिलाकर अपने ऊपर से नीचे तक 7 बार उतारने के जल में प्रवाहित कर दे.

निष्कर्ष

दोस्तों आज इस लेख के माध्यम से हमने आपको holi ke upay के विषय में बताया है कि होली क्यों और कैसे बनाई जाती हैं होलिका दहन किस प्रकार किया जाता है, हम होली में किस तरह रंगों से खेलते हैं एवं होली में कौन से विशेष भोज्य पदार्थ बनाए जाते हैं ?

इसके साथ ही हमने आप लोगों को होली के दिन किए जाने वाले उपाय के बारे में आपको विस्तार पूर्वक संपूर्ण जानकारी प्रदान की है, हम आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आप लोगों को पसंद आई होगी और आप के लिए निश्चित उपयोगी साबित हुई होगी.