शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र : 5 संपूर्ण पूजा विधि एवं 10 लाभ | Shivling par jal chadane ka mantra

Shivling par jal chadane ka mantra | शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र : हेलो मित्रों नमस्कार आज मैं इस आर्टिकल में शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र टॉपिक से संबंधित जानकारी प्रदान करुँगी, जिसमें मैं शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र की विधिवत जानकारी बताने के साथ साथ शिवलिंग पर जल चढ़ाने से प्राप्त होने वाले लाभ के विषय में भी बताएंगे.

शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र

शिवलिंग पर जल चढ़ाने की परंपरा को लेकर शिव पुराण में बताया गया है कि समुद्र मंथन के दौरान भगवान शिव ने समुद्र में निकले पूरी सृष्टि का विनाश करने वाले हलाहल विष को सृष्टि की रक्षा करने के लिए अपने कंठ में समाहित कर लिया था. जिसकी वजह से उनका कंठ नीला पड़ गया था और पूरे शरीर में विष का प्रभाव फैल गया था.

जिसकी वजह से भगवान शिव के शरीर में जलन होने लगी थी और वह मूर्छित हो गए थे. तब सभी देवी-देवता भगवान शिव के अंदर उस विष का प्रभाव कम करने के लिए उन पर अमृत जल की बूंदों का छिड़काव किया था.

तब जाकर भगवान शिव के शरीर से उस विष का प्रभाव कम हुआ था और भगवान शिव होश में आए तब से लेकर भगवान शिव को जल चढ़ाने की परंपरा प्रचलित हो गई और इसी परंपरा के चलते आज के समय में भोलेनाथ की कृपा प्राप्त करने के लिए अधिक संख्या में लोग भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं लेकिन बहुत ही कम लोग होंगे जो शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय मंत्र जाप करते होंगे.

क्योंकि हर किसी को शिवलिंग पर जल अर्पित करने के मंत्र की जानकारी नहीं है. जिसके चलते वह लोग शिवलिंग पर जल अर्पित करने से प्राप्त सभी लाभ हासिल नहीं कर पाते हैं.

ऐसे में यदि आप लोग शिवलिंग पर जल अर्पित करने के मंत्र की विधिवत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए हमने नीचे इस लेख में शिवलिंग पर जल अर्पित करने का संपूर्ण मंत्र विधि सहित बताया है. कृपया इस लेख को पूर्ण पढ़कर उस जानकारी को प्राप्त करें.

शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र | Shivling par jal chadane ka mantra

शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र नीचे बताया जा रहा है :

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मन्दाकिन्यास्तु यद्वारि सर्वपापहरं शुभम् ।
तदिदं कल्पितं देव स्नानार्थं प्रतिगृह्यताम् ॥
श्रीभगवते साम्बशिवाय नमः । स्नानीयं जलं समर्पयामि।

इस मंत्र का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल अर्पित करने से व्यक्ति को मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है , लेकिन इसके लिए जरूरी है कि शिवलिंग पर जल अर्पित करने के मंत्र को उचित संख्या और सही विधि द्वारा जाप करने की, इसीलिए हम यहां पर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के मंत्र की विधिवत जानकारी बता रहे हैं.

शिवलिंग पर मंत्र सहित जल चढ़ाने की संपूर्ण विधि | Shivling par mantra sahit jal chadane ki sampurn vidhi

शिवलिंग पर मंत्र के साथ जल अर्पित करने की संपूर्ण उचित और प्रभावशाली विधि नीचे एक क्रम से बताई जा रही हैं :

1. शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए स्नान आदि से निवृत होकर हरे रंग के वस्त्र पहने.

2. स्नान आदि से निवृत होने के पश्चात तांबे के पात्र में स्वच्छ जल लेकर उसमें गंगाजल भी मिला ले.

3. इतनी प्रक्रिया के बाद आप जिस मंदिर पर जल चढ़ाते हो वहां पर जाकर उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके बैठकर भगवान शिव को दाएं हाथ से सच्ची श्रद्धा और भक्ति के साथ धीरे-धीरे जल अर्पित करते हुए ऊपर बताए गए शिवलिंग पर जल चढ़ाने के मंत्र को 11 बार अपने मन में जाप करें.

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4. शिवलिंग पर जल अर्पित करने के पश्चात शिवलिंग के चारों तरफ विराजमान देवी-देवताओं के समक्ष धूपबत्ती, अगरबत्ती जलाकर उन्हें फल-फूल और अक्षत अर्पित करके पूजा करें.

5. इस तरह से प्रतिदिन शिवलिंग पर जल अर्पित करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

शिवलिंग पर मंत्र सहित जल अर्पित करने के लाभ | Shivling par mantra sahit jal arpit karne ke labh

शिवलिंग को संपूर्ण ब्रह्मांड की आकृति माना जाता है. जिसे भगवान शिव और माता पार्वती का प्रतीक भी माना जाता हैं, जिस पर जल अर्पित करने से कई सारे लाभ प्राप्त होते हैं. जिनके विषय में नीचे बताया जा रहा हैं जैसे,

1. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मन और मस्तिष्क दोनों को शांति मिलती हैं.

2. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से धन संबधी समस्या दूर होती हैं.

3. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से ग्रहों के अशुभ प्रकोप से सुरक्षा प्राप्त होती हैं.

4. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से पारिवारिक और सामाजिक मान-सम्मान की प्राप्ति होती हैं.

5. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मन की मलीनता दूर होती हैं.

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6. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से ग्रह कलह दूर होती हैं.

7. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से कई प्रकार के रोग दोष दूर होते हैं.

8. जीवन पर्यांत शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मोक्ष की प्राप्ति होती हैं.

9. शिवलिंग पर जल चढ़ाने से मन मस्तिष्क को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती हैं.

10. प्रातःकाल शिवलिंग पर जल चढ़ाने से सभी प्रकार के कार्यों में सफलता प्राप्त होती हैं.

शिवलिंग पर जल अर्पण करते समय ध्यान रखने योग्य बातें | Shivling par jal arpan karte samay dhyan rakhane yogy baate

शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय इन बातों का ध्यान अवश्य रखें जो निम्न प्रकार से है जैसे

1. शिवलिंग पर कभी भी खड़े होकर जल न चढ़ाएं.

2. शिवलिंग पर कभी भी स्टील या लोहे के बर्तन से जल न चढ़ाएं.

3. कभी भी पूर्व दिशा की ओर खड़े होकर भगवान को शिवलिंग पर जल न चढ़ाएं क्योंकि पूर्व दिशा को भगवान का प्रवेश द्वार माना जाता हैं.

4. शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए हमेशा सोने, चांदी और ताबे के पात्र का उपयोग करना चाहिए.

5. शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए हरे रंग के वस्त्र धारण करना बहुत शुभ बताया गया है.

6. गर्भवती महिलाएं शिवलिंग पर जल न चढ़ाएं.

7. शिवलिंग पर जल चढ़ाने वाले जल में गंगाजल को छोड़कर और कुछ ना मिलाएं.

तो मित्रों यह कुछ खास बातें है जिनको शिवलिंग पर जल चढाते समय विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए.

FAQ : शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र

मनोकामना पूर्ण करने के लिए शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं ?

मनोकामना पूर्ण करने के लिए शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, जल, अर्पित करना चाहिए.

शिवलिंग पर लौंग क्यों चढ़ाते हैं ?

शिवलिंग पर लौंग चढ़ाने से राहु और केतु ग्रह के अशुभ प्रभाव से सुरक्षा प्राप्त होती हैं ,साथ में ऐसा लगातार 40 दिन तक करने से परिवारिक जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती हैं.

शिवलिंग पर चढ़ा हुआ बेलपत्र खाने से क्या होता है ?

शिवलिंग पर चढ़ा हुआ बेलपत्र खाने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती हैं जिससे हम सदैव अच्छे कार्यों के लिए प्रेरित होते रहते हैं.

निष्कर्ष

प्रिय मित्रों जैसा कि आज हमने इस लेख में शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र टॉपिक से संबंधित जानकारी प्रदान की है. जिसमें हमने शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र बताने के साथ साथ शिवलिंग पर जल चढ़ाने की संपूर्ण उचित विधि भी बताई हैं.

ऐसे में अगर आप लोगों ने इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ा होगा तो आप लोगों को शिवलिंग पर जल चढ़ाने का मंत्र टॉपिक से संबंधित विशेष महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी. तो दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि आप लोगों को हमारे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी साथ में उपयोगी भी साबित हुई होगी.

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